पूर्णिया: Santosh Kushwaha राम-कथा जीवन मे परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त करता है। रामायण सिर्फ अतीत की कहानी नही है बल्कि जीवन की जटिलताओं को समझने का मार्गदर्शक है। जब हम गहराई से इसका अध्ययन करते हैं तो हमे मूल्य आधारित जीवन जीने की प्रेरणा मिलती है। भगवान राम धर्म के अवतार थे।लेकिन उनके धर्म मे सत्य और नैतिकता भी शामिल था। उक्त बातें पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा ने बुधवार को ख़ुश्की बाग हाट में आयोजित नौ दिवसीय रामकथा को संबोधित करते हुए कही। इससे पूर्व श्री कुशवाहा ने कथावाचक और उपस्थित संतों का आशीर्वाद प्राप्त कर रामकथा का श्रवण भी किया।
श्री कुशवाहा ने कहा कि भगवान राम के चरित्र से हमे सहनशीलता, धैर्य, दयालुता, नेतृत्व क्षमता, मित्रता और परिवार में समर्थन की सीख मिलती है। उनके जीवन से हमे यह सीखने को मिलती है कि हमे कैसे अपने धर्म, नैतिकता और जीवन के मूल्यों का पालन करना चाहिए। वे पुरुषों में उत्तम थे इसलिए मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाए।
श्री कुशवाहा ने रामकथा में उपस्थित रामभक्तों से कहा कि आप रामकथा से मिली सीख को अगर अपने पारिवारिक और सामाजिक जीवन मे उतारते हैं तो यही इस राम-कथा की सार्थकता होगी। उन्होंने आयोजन समिति के सदस्यों को इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए साधुवाद दिया। इस मौके पर जेडीयू जिलाध्यक्ष प्रकाश कुमार सिंह, जेडीयू प्रदेश सचिव नीलू सिंह पटेल, संजय राय, राकेश कुमार, राजकुमार यादव आदि मौजूद थे।