पूर्णिया: PURNIA NEWS जिले में विभिन्न प्रखंडों के सामुदायिक स्तरों पर लोगों को विभिन्न स्वास्थ्य जांच और उपचार सुविधा उपलब्ध कराने के लिए राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के 13 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों को राष्ट्रीय गुणवत्ता आवश्वासन मानक (एनक्यूएएस) के अनुरूप पाए जाने पर राज्य स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणपत्र जारी किया गया है। अस्पताल में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं का राज्य स्तरीय स्वास्थ्य टीम द्वारा पूर्व में मूल्यांकन किया गया था। मूल्यांकन टीम द्वारा अस्पताल में लोगों के लिए उपलब्ध सुविधाओं के आधार पर अस्पताल को एनक्यूएएस प्रमाणपत्र के अनुकूल पाते हुए अस्पताल को अंक प्रदान किया गया। राज्य स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणपत्र प्राप्त करने के बाद सभी 13 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों द्वारा अब नेशनल एनक्यूएएस के लिए तैयारी शुरू कर दिया गया है। बहुत जल्द नेशनल टीम द्वारा भी संबंधित अस्पताल में मरीजों के लिए उपलब्ध सुविधाओं का मूल्यांकन किया जाएगा जिसके बाद अस्पताल को नेशनल एनक्यूएएस प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा। नेशनल एनक्यूएएस प्रमाणपत्र प्राप्त करने के बाद संबंधित अस्पताल को केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग द्वारा अगले तीन साल तक अस्पताल का विधि व्यवस्था नियमित रूप से जारी रखने के लिए आवश्यक सहयोग राशि उपलब्ध कराई जाएगी जिसके अनुसार अस्पताल को लोगों के लिए व्यवस्थित और संतुष्ट रखा जाएगा।
- विभिन्न प्रखंडों के 13 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों को मिला राज्य स्तरीय प्रमाणपत्र :
सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया ने बताया कि सामुदायिक स्तर पर लोगों को स्वास्थ्य जांच और उपचार सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सभी प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों का संचालन किया जा रहा है। इसके द्वारा स्थानीय लोगों को समय पर आसानी से आवश्यक स्वास्थ्य जांच और उपचार सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर गुणवत्ता पूर्ण स्वस्थ सुविधाओं का मूल्यांकन के लिए राज्य स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधियों द्वारा अस्पताल का एनक्यूएएस मूल्यांकन किया गया है जिसके आधार पर राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल को अंक प्रदान किया गया है। इसमें अमौर प्रखंड के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पीपरा को 80 अंक के साथ साथ बैसा प्रखंड के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर रौटा को 90 अंक, बायसी प्रखंड के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर सोतिभाग को 87 अंक, बी.कोठी प्रखंड के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर औराही को 86 अंक, भवानीपुर प्रखंड के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर माधवनगर को 82 अंक, डगरुआ प्रखंड के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर गंडवास को 90 अंक, जलालगढ़ प्रखंड के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बैसा को 75 अंक, के.नगर प्रखंड के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर गनेशपुर को 85 अंक, रूपौली प्रखंड के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर डोभा को 80 अंक, श्रीनगर प्रखंड के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर झुन्नीकला को 81 अंक, पूर्णिया पूर्व प्रखंड के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बरहरी को 85 अंक, बनबनखी प्रखंड के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर चांदपुर भंघा को 89 अंक और धमदाहा प्रखंड के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर रूपसपुर खाघा को 85 अंक राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिया गया है। राज्य प्रमाणपत्र जारी होने के बाद संबंधित अस्पताल को नेशनल एनक्यूएएस प्रमाणपत्र के लिए तैयार करते हुए नेशनल स्वास्थ्य विभाग को अस्पताल मूल्यांकन के लिए आवेदन किया जाएगा जिसके बाद नेशनल टीम द्वारा अस्पताल मूल्यांकन करते हुए अस्पताल को नेशनल एनक्यूएएस प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा। नेशनल प्रमाणपत्र जारी होने पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल को आगे अस्पताल विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक सहयोग राशि उपलब्ध कराई जाएगी जिससे अस्पताल को व्यवस्थित रखते हुए लोगों को आवश्यक स्वास्थ्य सुविधा नियमित रूप से उपलब्ध कराई जाएगी।
- अस्पताल के सभी 06 स्वास्थ्य पैकेज द्वारा लोगों को नियमित उपलब्ध कराई जा रही स्वास्थ्य सहायता :
डीसीक्यूए डॉ अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक के अनुसार राज्य स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा अस्पताल में मरीजों के लिए उपलब्ध 06 स्वास्थ्य पैकेज की जानकारी ली गई है जिसमें उपलब्ध सुविधाओं के अनुसार अस्पताल को अंक प्रदान किया गया है। इसमें हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों में संचालित लेबर रूम सुविधा के साथ साथ गैर संचारी रोग नियंत्रण सुविधा, राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम में शामिल कालाजार, फाइलेरिया, टीबी आदि रोग नियंत्रण की सुविधा, लैबोरेटरी की सुविधा, ओपीडी और आईपीडी व्यवस्था शामिल हैं। राज्य स्तरीय टीम द्वारा सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में उपलब्ध इन सभी सुविधाओं का मूल्यांकन करते हुए मरीजों को मिल रही व्यवस्था का आंकलन करते हुए अस्पताल को अंक प्रदान किया गया है। सभी व्यवस्था में 70 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त होने पर अस्पताल को स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणपत्र जारी किया गया है। इसके लिए संबंधित अस्पताल के चिकित्सा अधिकारियों, स्वास्थ्य कर्मियों के साथ साथ जिला स्वास्थ्य समिति के अधिकारियों और सहयोगी संस्था यूनिसेफ द्वारा आवश्यक सहयोग प्रदान किया गया है। इसके बाद संबंधित अस्पताल को नेशनल एनक्यूएएस प्रमाणपत्र के तैयार करते हुए नेशनल स्वास्थ्य विभाग को आवेदन किया जाएगा। इसके बाद नेशनल टीम द्वारा अस्पताल का मूल्यांकन करते हुए अस्पताल को प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा। नेशनल प्रमाणपत्र जारी होने के बाद अस्पताल को विधि व्यवस्था नियमित रूप से जारी रखने के लिए आवश्यक सहयोग राशि उपलब्ध कराई जाएगी जिससे अस्पताल व्यवस्था को व्यवस्थित रखते हुए लोगों को बेहतर चिकित्सकीय सहायता आसानी से उपलब्ध कराई जाएगी जिसका लाभ उठाकर लोग स्वस्थ और सुरक्षित रह सकेंगे।