PURNEA NEWS : “पहलगाम नरसंहार के खिलाफ पूर्णिया में उबाल: खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों ने निकाला कैंडल मार्च, आतंकवाद के विरुद्ध उठी निर्णायक कार्रवाई की मांग”
PURNEA NEWS : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले, जिसमें हिंदू तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को निशाना बनाकर 27 निर्दोष लोगों की हत्या कर दी गई, के खिलाफ पूरे देश में आक्रोश है। इसी कड़ी में पूर्णिया जिला साइक्लिंग संघ, हरिओम स्पोर्ट्स एकेडमी और जिले के खिलाड़ियों, खेल प्रेमियों तथा पदाधिकारियों ने एकजुट होकर आतंक के खिलाफ मोर्चा खोला। उन्होंने शहर में कैंडल मार्च निकालकर न सिर्फ मृतकों को श्रद्धांजलि दी, बल्कि सरकार और प्रशासन से तीखे सवाल भी किए। यह मार्च जिला स्कूल खेल मैदान से शुरू होकर खीरू चौक, भट्टा बाजार, लखन चौक, झंडा चौक, कालीबाड़ी चौक होते हुए आर.एन. साह चौक तक पहुंचा, जहां दो मिनट का मौन रखकर शोकसभा की गई।
मार्च के दौरान वक्ताओं ने कहा कि यह हमला कोई सामान्य घटना नहीं, बल्कि हिंदुओं को धर्म के आधार पर पहचान कर मारे जाने की पूर्व नियोजित आतंकी साजिश थी। उन्होंने इस बात पर चिंता जताई कि बांग्लादेश से लेकर पश्चिम बंगाल और अब जम्मू-कश्मीर तक हिंदुओं को सुनियोजित तरीके से निशाना बनाया जा रहा है। पूर्णिया जिला साइक्लिंग संघ के अध्यक्ष, सचिव और अन्य पदाधिकारियों ने आतंकियों को उनके घरों में घुसकर सज़ा देने की जरूरत बताई और कहा कि अब आतंकवाद के खिलाफ इज़राइल जैसी नीति अपनानी चाहिए, ताकि ऐसे कृत्यों को दोहराने की हिम्मत कोई न कर सके।
हरिओम स्पोर्ट्स एकेडमी के प्रशिक्षक एवं ईस्ट ज़ोन के पूर्व चेयरमैन हरिओम झा ने कहा कि आतंक का कोई धर्म नहीं होता, लेकिन जब धर्म के नाम पर चुनकर मारे जाने की घटनाएं सामने आती हैं, तो यह पूरी मानवता को झकझोर देने वाली स्थिति होती है। पूर्व क्रिकेटर शशांक शेखर सिंह ‘गुड्डू’ ने इसे मानवता पर हमला और देश की आत्मा को लहूलुहान करने वाला बताया। वहीं पूर्व क्रिकेटर मनोज पासवान ने खुफिया एजेंसियों की विफलता पर सवाल उठाते हुए कहा कि आतंकियों ने इसकी पूरी तैयारी की थी और सरकार को जातिगत राजनीति से ऊपर उठकर ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए सख्त कदम उठाने होंगे।
इस कैंडल मार्च में सेवा निवृत्त डीएसपी एस.के. सरोज, रोटरी क्लब के डॉ. आलोक, वरिष्ठ भाजपा नेता तापस रुद्रा, शशांक शेखर सिंह, नवीन सिंह, मुरारी सिंह, अभिनव केजरीवाल, गुड्डू पंसारी, इंद्रजीत प्रसाद, नंदकिशोर सिंह, तौफीक आलम, आतिश सनातनी, पंकज श्रीवास्तव, राजीव सिंह, सुनील लोहिया, एस.एस. प्रसाद पिंटू सहित सैकड़ों खिलाड़ी और अभिभावक मौजूद थे। इस आयोजन ने न केवल शहीदों को श्रद्धांजलि दी, बल्कि एक सामाजिक चेतना भी जागृत की कि अब आतंक के खिलाफ पूरे समाज को एकजुट होकर निर्णायक कदम उठाने होंगे।